
पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम एक्शन में© X (पूर्व में ट्विटर)
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने राष्ट्रीय शिविरों में भाग लेने वाली महिला खिलाड़ियों के दैनिक भत्ते को खत्म करने का फैसला किया है। खिलाड़ियों को किसी भी तरह का दैनिक भत्ता न देने के फैसले से कई लोग निराश और परेशान हैं। पीसीबी के एक अधिकारी ने कहा, “खिलाड़ियों को दैनिक भत्ता नहीं दिया जा रहा है क्योंकि बोर्ड अब उन्हें आवास और दिन में तीन बार पूरा खाना मुहैया करा रहा है।” लेकिन दक्षिण अफ्रीका की महिला टीम के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए मुल्तान में प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रही खिलाड़ियों को लगता है कि यह फैसला सही नहीं था क्योंकि वे देश के विभिन्न हिस्सों से यहां आई थीं।
दक्षिण अफ्रीकी टीम पहले ही मुल्तान पहुंच चुकी है और 17 सितंबर से शुरू होने वाली सफेद गेंद की श्रृंखला की तैयारी कर रही है, जिसे अगले महीने संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले आईसीसी महिला टी20 विश्व कप की तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है।
दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान पुरुष टीम के खिलाड़ियों को दिन में दो बार पूरा भोजन, आवास और दैनिक भत्ता का विकल्प दिया जाता है।
घटनाक्रम से अवगत एक सूत्र ने बताया कि हाल तक बोर्ड महिला खिलाड़ियों को दैनिक भत्ता प्रदान करता था।
नीति में परिवर्तन का निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब बोर्ड विभिन्न अन्य परियोजनाओं पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है, जिसमें फैसलाबाद में चल रहे चैम्पियंस कप में टीमों के पांच मेंटरों को 50 लाख रुपए मासिक वेतन देना भी शामिल है।
बोर्ड अगले वर्ष की शुरुआत में होने वाली चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले देश में तीन टेस्ट स्थलों के नवीनीकरण पर लगभग 12.8 बिलियन डॉलर खर्च कर रहा है।
एक पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने कहा, “कुछ लाख रुपए से बोर्ड को क्या फर्क पड़ेगा, यह तो कोई नहीं बता सकता, लेकिन इससे महिला क्रिकेट में असंतोष पैदा होने की संभावना है।”
बोर्ड अधिकारी ने कहा कि जब महिला खिलाड़ी सीरीज में उतरेंगी तो उन्हें दैनिक भत्ता मिलेगा।
महिला खिलाड़ी अभी भी बोर्ड द्वारा वित्तीय वर्ष के लिए अपने केंद्रीय अनुबंध की घोषणा का इंतजार कर रही हैं, जिसमें पहले ही एक महीने से अधिक की देरी हो चुकी है।
पिछले साल बोर्ड ने 19 खिलाड़ियों को केंद्रीय अनुबंध दिया था।
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