नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। 78वां स्वतंत्रता दिवसप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाने के अपने सरकार के लक्ष्य की घोषणा की, जिससे छात्रों को विदेश में अध्ययन करने की आवश्यकता कम हो। लाल किले से बोलते हुए मोदी ने भारत में अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आकर्षित करने की इच्छा पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, “हम भारत में ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना चाहते हैं कि युवाओं को पढ़ाई के लिए विदेश जाने की जरूरत न पड़े। वास्तव में हम चाहते हैं कि विदेशी छात्र यहां आएं और पढ़ाई करें।”
प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में अतिरिक्त 75,000 मेडिकल सीटें सृजित की जाएंगी।
उन्होंने कहा, “आज भी, ज्यादातर मध्यम वर्ग के बच्चे, मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं। वे विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई पर लाखों-करोड़ों खर्च कर रहे हैं। हर साल करीब 25,000 युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं और वे ऐसे देशों में जाते हैं, जिनके बारे में सुनकर मुझे आश्चर्य होता है।”
मोदी ने कहा, “इसलिए हमने निर्णय लिया है कि अगले पांच वर्षों में मेडिकल क्षेत्र में 75,000 नई सीटें सृजित की जाएंगी।”
उन्होंने कहा, “हम भारत में ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना चाहते हैं कि युवाओं को पढ़ाई के लिए विदेश जाने की जरूरत न पड़े। वास्तव में हम चाहते हैं कि विदेशी छात्र यहां आएं और पढ़ाई करें।”
प्रधानमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पांच वर्षों में अतिरिक्त 75,000 मेडिकल सीटें सृजित की जाएंगी।
उन्होंने कहा, “आज भी, ज्यादातर मध्यम वर्ग के बच्चे, मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे हैं। वे विदेशों में मेडिकल की पढ़ाई पर लाखों-करोड़ों खर्च कर रहे हैं। हर साल करीब 25,000 युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं और वे ऐसे देशों में जाते हैं, जिनके बारे में सुनकर मुझे आश्चर्य होता है।”
मोदी ने कहा, “इसलिए हमने निर्णय लिया है कि अगले पांच वर्षों में मेडिकल क्षेत्र में 75,000 नई सीटें सृजित की जाएंगी।”