वाणिज्य मंत्री ने बुधवार को कहा कि भारत इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माताओं को आकर्षित करने और इस क्षेत्र में अधिक निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए एक नई नीति लेकर आएगा। पीयूष गोयल की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिकी ईवी निर्माता टेस्ला भारत में एक कारखाना बनाने की संभावना पर नरेंद्र मोदी के प्रशासन के साथ बातचीत जारी रखे हुए है।
पिछले महीने रॉयटर्स ने खबर दी थी कि भारत एक ईवी नीति पर काम कर रहा है, जो स्थानीय स्तर पर विनिर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध वाहन निर्माताओं के लिए आयात करों में कटौती करेगी। इस खबर में मामले की प्रत्यक्ष जानकारी रखने वाले सूत्रों का हवाला दिया गया था।
सरकार की योजनाओं के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि नई नीति पर उद्योग के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “हम एक नीति लेकर आएंगे।” उन्होंने कहा कि सरकार यथाशीघ्र अधिक निवेश आकर्षित करना तथा घरेलू इलेक्ट्रिक वाहन उत्पादन बढ़ाना चाहती है।
गोयल ने किसी संभावित प्रोत्साहन की प्रकृति का खुलासा किए बिना कहा, “जैसे-जैसे हम बड़े पैमाने पर उत्पादन करेंगे, हम नई प्रौद्योगिकियों के पैमाने की अर्थव्यवस्थाओं के फल का आनंद लेना शुरू कर देंगे।”
भारत में कारखाना लगाने में रुचि रखने वाले टेस्ला के वरिष्ठ अधिकारियों ने अगस्त में गोयल से मुलाकात की थी।
टेस्ला भारतीय बाजार और निर्यात दोनों के लिए 24,000 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) की कीमत वाली कम लागत वाली इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बना रही है – जो इसके मौजूदा प्रवेश स्तर के मॉडल से लगभग 25 प्रतिशत सस्ती है।
गोयल ने मंगलवार को कहा कि टेस्ला का लक्ष्य इस साल भारत से 1.7 बिलियन डॉलर (लगभग 1,410 करोड़ रुपये) और 1.9 बिलियन डॉलर (लगभग 1,575 करोड़ रुपये) के बीच के घटक खरीदना है, जिसने पिछले साल 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,294 करोड़ रुपये) के घटक खरीदे थे।
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